महाराष्ट्र राज्य में शिर्डी एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जो अपने गहन आध्यात्मिक महत्व तथा पूज्य संत साईं बाबा से जुड़े होने के कारण जाना जाता है. हर साल दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं. यहां शिर्डी में घूमने के लिए टॉप 10 स्थानों के बारे में एक व्यापक मार्गदर्शिका दी गई है, जहां हम आपकी यात्रा योजना को आसान बनाने के लिए टॉप 10 पर्यटन स्थलों के बारे में बता रहे हैं.
शिर्डी के १० सबसे प्रसिद्ध जगहे:
1. साईं बाबा समाधि मंदिर:
साईं बाबा समाधि मंदिर का निर्माण 1917-1918 में नागपुर के करोड़पति और साईं बाबा के कट्टर भक्त श्रीमंत गोपालराव बूटी ने करवाया था. यह समाधि मंदिर दुनिया भर में बाबा के भक्तों द्वारा अत्यधिक पूजनीय है. यह मकबरा सफेद संगमरमर के पत्थरों से बना है. मकबरे के चारों ओर अलंकृत रेलिंग बनाई गई है. साईं बाबा की एक अद्भुत मूर्ति, जिसमें उन्हें सिंहासन पर बैठे हुए दिखाया गया है, हॉल के एक भाग में साईं बाबा से संबंधित विभिन्न वस्तुएं भी रखी गई हैं. मंदिर की पहली मंजिल पर साईं बाबा के जीवन को दर्शाती तस्वीरों और कलाकृतियों का संग्रह है. साईं बाबा मंदिर सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक खुला रहता है और भक्तगण बड़ी संख्या में कतारों में खड़े होकर साईं बाबा का आशीर्वाद लेते हैं तथा अपनी बारी का इंतजार करते हैं.
2. द्वारकामाई:
साईं बाबा के शिरडी आने से पहले द्वारकामाई एक पुरानी मस्जिद थी जो काफी पुराणी अवस्था में थी. बाबा ने उसे द्वारकामाई में परिवर्तित कर दिया और यह सिद्ध कर दिया कि संसार में केवल एक ही ईश्वर है. द्वारकामाई में बाबा का एक चित्र और एक बड़ी चट्टान या पत्थर की पटिया है जहां बाबा अक्सर बैठते थे. इस मस्जिद की एक और उल्लेखनीय विशेषता यह है कि बाबा अपने जीवित रहते हुए यहां निरंतर धूनी जलाते रहते थे. साईं बाबा के भक्तों का मानना है कि इस धूनी की जली हुई लकड़ी की राख दिव्य और पवित्र है तथा यह बाबा के भक्तों की किसी भी बीमारी को ठीक कर सकती है. साईं बाबा प्यार से द्वारकामाई को अपनी मां कहते थे, क्योंकि यहां बैठकर उन्हें संतुष्टि और खुशी महसूस होती थी.
3. चावड़ी:
द्वारकामाई मस्जिद के बहुत निकट स्थित चावड़ी एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है, साईं बाबा हर रात चावड़ी में सोते थे. उनके अनुयायी उन्हें द्वारकामाई से चावड़ी तक जुलूस में ले आये थे. चावड़ी दो भागों में विभाजित है. एक हिस्से में साईं बाबा की एक बड़ी तस्वीर, एक लकड़ी का बिस्तर और एक सफेद कुर्सी रखी है. आज भी हर गुरुवार को द्वारकामाई से चावड़ी तक जुलूस निकाला जाता है, जिसमें बाबा के जूते, सत्का और पुरानी तस्वीरें जैसी चीजें एक सजी हुई पालकी में रखी जाती हैं. इस रंगारंग जुलूस में साईं बाबा के भक्तों की भारी भीड़ देखी जाती है.
4. साईं हेरिटेज विलेज:
साईं हेरिटेज विलेज शिरडी बस स्टैंड से 2 किमी दूर स्थित है. यह साईं बाबा और शिरडी के ग्रामीणों के जीवन का प्रतिबिंब है. बाबा के जीवन की सभी प्रमुख घटनाओं और साईं बाबा की लीलाओं तथा शिरडी के ग्रामीणों की जीवनशैली को यहां मूर्तियों के रूप में पुनः प्रस्तुत किया गया है. यह पारिवारिक मनोरंजन और विश्राम के लिए एक बेहतरीन स्थान है. यहां विभिन्न मूर्तियां हैं जो साईं बाबा के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को खूबसूरती से दर्शाती हैं. आप यहां शिरडी साईं बाबा की पालकी का दृश्य तथा कई अन्य दृश्य देख सकते हैं. यहाँ एक सुन्दर एवं सुव्यवस्थित उद्यान है जो काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. यहाँ बच्चों के लिए एक अच्छा खेल क्षेत्र भी है. यहां रोपवे और टॉय ट्रेन जैसे बच्चों के लिए अन्य आकर्षण हैं. यहां एक छोटा सा रेस्तरां भी है जो पर्यटकों के लिए स्वादिष्ट भोजन परोसता है.
5. लेंडी बाग:
लेंडी बाग कभी एक खाली बंजर भूमि थी, लेकिन साईं बाबा ने इसे एक सुंदर बगीचे में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की. ग्रामीणों की मदद से उन्होंने पौधों को पानी देने के लिए बगीचे में एक कुआं भी खोदा. साईं बाबा ने बगीचे में दो पेड़ लगाए - नीम और पीपल. यहां साईं बाबा द्वारा जलाया गया एक सदैव जलने वाला नंदादीप है और यह दीपक यहां सदैव जलता रहता है. आप इस उद्यान को अवश्य देख सकते हैं.
6. खंडोबा मंदिर:
खंडोबा मंदिर शिरडी में एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो भगवान शिव के एक रूप, देवता खंडोबा से जुड़ा हुआ है. लोगों ने साईं बाबा को पहली बार यहां देखा था जब वे चांद पाटिल की बारात के साथ शिरडी आए थे. खंडोबा मंदिर का महत्व एक अन्य दृष्टि से भी स्पष्ट है. साईं बाबा ने उपासनी महाराज को उनकी आध्यात्मिक उन्नति के लिए चार साल तक इस मंदिर में रहने के लिए कहा था. खंडोबा मंदिर मुख्य सड़क पर स्थित है, जो शिरडी साईं बाबा मंदिर से सिर्फ 400 मीटर की दूरी पर है.
7. साईं तीर्थ थीम पार्क:
साईं तीर्थ थीम पार्क भारत का पहला भक्ति थीम पार्क है. यह स्थान शिरडी बस स्टैंड से सिर्फ 2 किमी दूर है. आप यहाँ आस्था, नयापन तंत्रज्ञान और मनोरंजन का सही मिश्रण अनुभव कर सकते हैं. इस थीम पार्क में आप द्वारका माई रोबोटिक शो, शिरडी तीर्थ यात्रा, सबका मालिक एक, लंका दहन, कालिया मर्दन, लेजर शो और मूषक महाराज का आनंद ले सकते हैं. यह एक ऐसी जगह हो सकती है जिसे आप और आपका परिवार कभी नहीं भूलेंगे.
8. गुरुस्थान:
गुरुस्थान, जहां लोगों ने पहली बार साईं बाबा को किशोरावस्था में देखा था, इस जगह को शिरडी में सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक स्थान माना जाता है. इस स्थान पर एक नीम का पेड़ है जिसके नीचे बाबा ध्यान किया करते थे. भक्तों का मानना है कि इस पेड़ में कई बीमारियों को ठीक करने की शक्ति है और ये भक्त अक्सर इस पेड़ के पत्तों को प्रसाद के रूप में लेते हैं.
9. मारुति मंदिर:
यह मारुति मंदिर शिरडी साईं बाबा मंदिर से सिर्फ 300 मीटर दूर है. मारुति मंदिर, जिसे हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, शिरडी के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जो द्वारकामाई और चावड़ी के बीच स्थित है. यह मंदिर दक्षिण की ओर है और इसमें हनुमान की दो मूर्तियाँ एक साथ स्थापित हैं. साईं बाबा का इस मंदिर से बहुत जुड़ाव था, कभी-कभी वे इस मंदिर के सामने खड़े होकर कुछ देर तक वहीं रुकते थे.
10. वेट एन जॉय वाटरपार्क:
वेट एन जॉय वाटरपार्क शिरडी बस स्टैंड से सिर्फ 2 किमी दूर है. यदि आप वेट एन जॉय वॉटरपार्क में जाएंगे तो आपको आनंद आएगा और आप पूरी तरह तरोताजा महसूस करेंगे. यहां सभी उम्र के लोगों के लिए वॉटर स्लाईड्स, वेव्ह पूल आदि उपलब्ध हैं. वेट एन जॉय वाटरपार्क अपने परिवार के साथ आनंद लेने के लिए एक आदर्श स्थान है, यहाँ आप या आपका परिवार खूब मौज-मस्ती कर सकता है.